
उत्पीडन के खिलाफ पथ विक्रेता 12 मार्चको नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर प्रदर्शन
नोएडा, खोखा, ठेली पटरी दुकानदारों के साथ हो रहे अमानवीय अत्याचार उत्पीडन शोषण खिलाफ शनिवार 10 मार्च 2018 को अट्टा मार्किट नोएडा पर पथ विक्रेताओं की विभिन्न एसोसियनों/यूनियनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता की संयुक्त बैठक हुई बैठक में सभी खोखा ठेली पटरी दुकानदारों को पंजीकरण कर समाजिक सुरक्षा देने और उनको उजाडना व उनका उत्पीडन बंद करवाने की मांग पर एक मंच पर आकर संधर्ष की सहमति बनी और नोएडा रेहडी/पटरी गरीब रक्षा वाहिनी मोर्चा का गठन किया गया जिसका संरक्षक गंगेश्वर दत्त शर्मा, अध्यक्ष गणेश यादव, महासचिव अशोक शर्मा, कोषाध्यक्ष बटेश्वर मिश्रा, उपाध्यक्ष रविन्द्र कुमार शाह, सचिव राजू राणा, सहकोषाध्यक्ष रधुनाथ शाह, संगठन मंत्री महेन्द्र रावत, प्रवक्ता सरोज कुमार गुप्ता, मीडिया प्रभारी गणेश कुमार, सूचना मंत्री मिथिलेश कुमार आदि को चुना गया बैठक को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार ने पथ विक्रेताओं के कल्याण के लिए पथ विक्रेता अधिनियम 2014 लागू किया है और देश के सर्वोच्चय न्यायालय का भी आदेश है कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किये वगैर किसी भी पथ विक्रेताओं को नही हटाया जाये लेकिन नोएडा विकास प्राधिकरण केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा पथ विक्रेताओं के लिए बने कानून एवं हाईकोर्ट व सुप्रीम कोट के आदेश का पालन करने को तैयार नहीं है और पथ विक्रेतओं का लगातार हर रोज अतिक्रमण के नाम पर प्रताडित किया जा रहा है। स्थानीय पुलिस व प्राधिकरण के दस्ते उनका समान उठा कर ले जाते है। उनकी ठेली पटरी को तोड दिया जाता है यहां तक कि दुकानदारों पर बुरी तरह डन्डे बरसाये जाते है तथा अवैध रूप से वसूली की जाती है नोएडा शहर में 10 हजार से भी अधिक पथ विक्रेता है और प्राधिकरण द्वारा वेन्डर जोन बनाने की एक तरफा कार्य योजना पर कार्य चल रहा है जिसके तहत शहर को 107 जोन बनाकर और 1323 पथ विक्रेताओं को सिर्फ लाईसेस देकर बाकी सभी क्षेत्रों के शेष पथ विक्रेताओं को उजाडने की नीति है जो सरासर गरीब विरोधी नीति है। इसीलिए सभी पथ विक्रेताओं ने एकजुट होकर प्राधिकरण की गरीब मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सोमवार 12 मार्च 2018 को प्रातः 11 बजे नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय सैक्टर-6 नोएडा पर विशाल प्रदर्शन कर केन्द्र व प्रदेश सरकार और अधिकारियों को ज्ञापन देने का ऐलान बैठक में किया गया और कार्यकर्ताओं को ज्यादा से ज्यादा दुकानदार/खुदरा व्यापारियों को प्रदर्शन में लाने की जिम्मेदारी दी गई। बैठक को गंगेश्वर दत्त शर्मा, गणेश यादव, रविन्द्र शाह, अशोक नारायण, राजू राणा, बेटेश्वर मिश्रा, रधुनाथ शाह, महेन्द्र राउत, सरोज कुमा, गुप्ता, गणेश कुमार, मिथिलेश कुमार मदन प्रसाद, सियाराम गुप्ता, धर्मेन्द्र, पूरन, रविन्द्र कुमार विनोद, शम्भू, रामप्रमोद आदि ने सम्बोधित किया।